याद है तुमको... कितनी ही राहे साथ चली है हम तुम ने साथ में कितनी ही राहों का सफर क्या याद है तुमको... वो वक़्त ही था जो ठहरा था संग तेरे और आज वो वक़्त भी चलने लगा क्या याद है तुमको तेरे मेरे कदमो के जो निशान जो थे कभी किनरो पर वो आज खाली सुने पड़े किनारे क्या याद है तुमको वो लेहरें जो छुआ करती थी तुझे मुझे उन लहरों का करीब आना क्या याद है तुमको हर कदम जो साया हुआ करता तथा कभी तो तेरे आज उन सायो का भी न होना क्या याद है तुुमको ©KaviRp #yaadhaitumko mere keh lafz, meri likhawat Kya yaad hai tumko... My Fresh Poem... Please Like Share Comments and Do Follow me ©KaviRp