कुछ अपने दिल की भी कह मन में स्थान जिस संस्कार ने भरा है रहस्य उसका खोल के रह कुछ अपने दिल की भी कह। वो कुछ यादें,जो दर्द बन जाती पेट का थोड़ी बनी,थोड़ी बनाई बातें,लाग लपेट का जरा वाचाल होकर मखौल सह कुछ अपने दिल की भी कह। जिन्दादिली सुसंस्कृत लक्षण जान चंचलता को दिल का धड़कन मान बालपन के लापरवाही संग आज बह कुछ अपने दिल की भी कह। वस्तुतःदिल उदार है। अपने अंदर गुम मत रह कुछ अपने दिल की भी कह। #दिलकीकह #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #love #poetry