वख्त रहते गुजर जायेगा ,इन्सान तो माटी का पुतला है , एक न एक दिन मिटटी में मिल जायेगा , ऐ इन्सान फिर कैसा गुरुर है तुझे खुद पर ,जो तेरा है वही सब धरती पर रह जायेगा ,अब तू ही बता तू क्या लेकर आया था और क्या लेकर जायेगा , ©Mahendr Kumar #shayari_point💖 #Identity