मंज़िल जिस्म तेरा थक जाए भले, जज्बात नहीं थकने देना मंज़िल तेरी होगी दूर मगर तुम कदम नहीं रुकने देना। दिग्भ्रमित करेंगे लोग तुम्हें, तुम अनपर ध्यान नहीं देना अर्जुन की तरह उस मत्स्य चक्षु पर ध्यान लगाए बढ़ जाना। हो राह कठिन या दूर सफर विश्वास ना अपना खो देना जो लक्ष्य कभी था औरों का, तुम उस मंज़िल को पा लेना। नृत्य गोपाल. ©Nritya Gopal It's always hard to achieve your goal, but your confidence can make anything possible. #HappyDaughtersDay2020