लहरोँ से सीखा है मैने बार बार टकराना! पत्थरों को तोड़ के रेत बनाना!! तूफाँ से सीखा मैने हंगामा मचाना! अशआर नही मेरे ग़ालिब का फ़साना!! ये दिल्लगी, ये दरिया, ये झील, ये आंखें! ये दिल का लगाना है या नज़रों का लगाना!! है फ़र्क़ महज़ इतना तुझमे और मेरे में, तू ग़ुम है ज़माने में, मुझमे ग़ुम है ज़माना!! #mylove #DPF #love #khudi #findingme