ऊँचे आसमां में सहमे घाव हैं , जिन्हें आसमां बयां नहीं कर सकता... ओढ़े हुए लालिमामय सूरज की पहली किरण लेकिन फिर भी कुछ अधूरा सा है , जिसे सूरज बयां नहीं कर सकता... आवो-हवा भी बल खाती_लहराती सी है इन पेड़ों की लेकिन खलती कमी इनको भी है, जिसको साया इनका गवाह नहीं दे सकता.... ##Something are decreasing in our nature..... 🎄🌾🍀 ##let's stop it..... #Calming Nature but not permanently.....