ग़म-ए- हालात मैं इस तरह से बिता लेता हूँ। दीवारों पर सर रखकर अश्क़ छिपा लेता हूँ। लोग मेरे जज़्बात को न बना सके मज़ाक, जिन्दगी बेहतर है मेरी ये हुनर दिखा लेता हूंँ।। -देव फैजाबादी #NojotoQuote #nojotohindi#shayari#4liner#facing problems#sad