सुनकर भी अनसुना कर दिया चाहकर भी ना भूल सके तो बेईमान कह डाला दाग इतने काफी ना लगे बड़े ही यकीन से बेजान कह दिया सुन तो इतना भी लिया हमने तो पत्थर दिल कह दिया आखिर में तो हमसे रहा न गया हमने भी उसकी इन बातो को सुनकर भी अनसुना कर दिया जिंदगी की इस बड़ी रेत में रेगिस्तान की तरह खो जाते है कुछ अपने बन जाते है पराए तो कुछ पराए अपने हो जाते है दिल में कुछ सपने सो जाते है अनसुना कर दिया... #अनसुना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi