वो छोड़कर गया मुझे कुछ ऐसे हालात में। कोई अंधेरे में डूबा हो जैसे दिवाली की रात में। मेरी उदासी का असर हुआ इश्क़ के बगीचे पर, सारे फूल मुरझा गए भरी बरसात में। इस रिश्ते की डोर को अकेले थामे हुए, लकीरें पड़ गई हैं मेरे दोनों हाथ में। रोशन करते हुए मेरे दिल के आशियाने को दीए तक जल गए बाती के साथ में।। ©Er Abhishek Sharma #ishq #Dhokha #Hindi #Shayari #Dil