हुनर का नगीना नायाब है हर चमकती चीज़ को हीरा कहा नहीं जाता हौज़, तालाब, झीलों की बात और है कश्ती हल्की हो तो समंदर में उसको उतारा नहीं जाता बहोत ख़ूब है कि तुमने हमारे पैमाइश की ठानी है तो अब पैमाना भी हमारे क़द के हिसाब का लाना घड़े,कूज़े, कूंडों की बात और है बात समंदर की हो तो चुल्लू से नापा नहीं जाता 2/2/20