#अपडेट जिदंगी का नाम है चलना उगते सूरज को भी ढलना समय चल रहा, तू भी चल समय बदल रहा, तू भी बदल क्यों गुरूर इस तन मन में क्या है स्थिरता जीवन में आज छोड़ इतिहासों में तू खोज रहा अपनी पहचान धर्म-राजनीति से बेसुध मर गया तेरा इंसान ऐसा कर सोच नयी अपडेट कर हाथ मिला दीवार बना सही गलत की पहचान बना क्यों सोच रहा मन ही मन में क्या है स्थिरता जीवन में ~ अनिल कुमार #अपडेट