White अपनी बात बोलते-बोलते मेरी साँसों के बेहिसाब घबराने से पहले कोई तो बेशर्त इत्मीनान से सुने मुझे कुछ भी समझाने से पहले मेरे रब इतना साथ दे कि मैं जब भी उदासी में डूबी हुई बातें करूँ कोई होंठों पर ऊँगली रख दे मेरी आवाज के कपकपाने से पहले कोई कहे मुझसे कि बिखरना सिमटना तो जरूरी है जिंदगी में जैसे आसमाँ से कहता है साँझ का ढलता सूरज ढल जाने से पहले वो समझे कि कहने जितना आसान भी नहीं होता सब कुछ ज़िंदगी में वो मुश्किलें महसूस करे पानी से पानी पर पानी लिखवाने से पहले !!! ✍️📔Suru ©mr suru #GoodMorning