ख़ुश रहो ऐ मेऱ बेवफ़ा जान - ए - मन; अब मुझे याद करके उठाना न ग़म; धोखा तुमने दिया ये न कहता हूँ मैं; तेरी मज़बूरी थी ये समझता हूँ मैं; अपनी किस्मत में शायद ये चाहत थी कम; अब मुझे याद करके उठाना न ग़म।। तुम किसी और की होके जाओ जहाँ; याद करके मुझे तुम ना रोना वहाँ; प्यार करना उसे हो जो तेरा सनम; अब मुझे याद करके उठाना न ग़म।। तुमसे होकर जुड़ा आँख भर आई है; फिर भी शिकवा करूँ ये तो रुसवाई है; अपनी चाहत को रुसवा करेंगे न हम; अब मुझे याद करके उठाना न ग़म।। जा ख़ुशी से सनम मेरी परवाह न कर; जाते - जाते ख़ुदा से दुआ कर मगर; प्यार में फिर न हो ये सितम जान - ए - मन; अब मुझे याद करके उठाना न ग़म।। #ख़ुश_रहो #yqbaba #yqdidi #yqquotes