छुट्टी मिली है विचार करो तब भी आप ही चलते थे और बहत्तर साल बाद भी आप ही चलते हो बस रूप में अंतर आया है पहले कुटिया में रहते थे अब जेब में रहते हो कुछ प्रश्न है मेरे जवाब दो अंग्रेज़ गये पर क्यों तुम अंग्रेजों जैसे रहते हो भारत अब आजाद देश है फिर इसकी बधाई तुम अंग्रेजी में क्यों देते हो किस बात का तुम्हें डर है जो तुम सत्ता के खिलाफ बोलने पर डरते हो ये सरकार तो भारत की है मगर तुम नागरिक पुरानी जर्मनी के लगते हो माना कि ये नया जमाना है पर बताओ अपनी जड़ों से तुम क्यों कटते हो ये प्रश्नों पर तुम विचार करो आखिर तुम सच को सुनने क्यों भागा करते हो इस जन्मदिन के अवसर पर खुद से तुम सवाल करो बस छुट्टी क्यों मनाते हो देशप्रेम की बातें तो करते हो फिर देश के प्रति कुछ करने से क्यों कतराते हो Gandhi Jayanti