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कभी मैं अपने हाथों की लकीरों से नहीं उलझा, मुझे

कभी मैं अपने हाथों की लकीरों से नहीं उलझा,

 
मुझे मालूम है, क़िस्मत का लिक्खा भी बदलता है...

©Rahul #Crescent
कभी मैं अपने हाथों की लकीरों से नहीं उलझा,

 
मुझे मालूम है, क़िस्मत का लिक्खा भी बदलता है...

©Rahul #Crescent