कोई हवा, कोई पानी बदले, ऐसे भी तो जिंदगानी बदले । बिल्कुल रवाना होना है, है सच, आखिर से पहले रवानी बदले। खाने को जीतों के बीच खाना- जीने को कि मुंह की खानी बदले । बंधेतिया जीना और जीतना दो, जीता तू तो , इसकी निशानी बदले। ©BANDHETIYA OFFICIAL #जीता बंधेतिया, निशानी बदले।