बीच दरिया में अकेला छोड़ दिया तोड़ने वाले ने मेरा गुरुर तोड़ दिया पत्थर ये देखके हैरत में था कोई हाथों से शीशा तोड़ा दिया ©Pradip pyare तोड़ दिया शायरी