समय की पाबंदिया इतनी थी कि, जिनके लिए हम जान लगा रहे थे, वो किसी और कि जान हो गए।। और जब इतेक़ाम का वक़्त था, तब हमारे पास वक़्त ही ना था।। #time #fakelove #revenge #revengequotes #munasif_e_mirza