आज इतवार है,, खम्बख्त आशिकी में कोई छुट्टी नहीं है,, आज भी तेरे इंतज़ार बगीचे की सैर करनी, कुछ फूल तोड़ने है कुछ सूखी पत्तियां मसलनी है.... ©Kavi Kumar Ashok #kavikumarashok #poetkumarashok #कविकुमार #love #zindagikerang