दासता ए जिन्दगी की बहार तुमसे है, सुबह की हसी और रंगीन हर शाम तुमसे है। खुश नसीब है जो तुम्हे पाया इस जनम में, अब जीत तुम्ही से और हार भी तुमसे है। #दिलसेकलमतक ©RohitRaj #दास्तान