#नारी स्नेह से पुकारता है कोई यदि नारी को, तो स्नेह ममता से भरी थाली बन जाती है जीजा बनके कोई पुकार ले जो नारी को, तो हास-परिहास हेतु साली बन जाती है जीवन की बगिया में फलफूल रही कलियों को पालने के लिए माली बन जाती है रणभूमि में कोई पुकार ले जो नारी को तो शत्रु के विनाश हेतु काली बन जाती है -प्रशान्त मिश्रा नारी बन जाती है