Nojoto: Largest Storytelling Platform

* कुछ अल्फाज मोहब्बत के * सुबह शाम ही क्या ; मैं

* कुछ अल्फाज मोहब्बत के *

सुबह शाम ही क्या ; मैं तो तुम्हें आठों पहर याद करती हूँ ,, 
तू जो ना दिखे हमको ; रब से तेरा दिखने का मैं फरियाद करती हूँ ।।

सुबह शाम ही क्या ; मैं तो तुम्हें आठों पहर याद करती हूँ ,, 
तू जो ना दिखे हमको ; रब से तेरा दिखने का मैं फरियाद करती हूँ ।।

* कुछ अल्फाज मोहब्बत के * सुबह शाम ही क्या ; मैं तो तुम्हें आठों पहर याद करती हूँ ,, तू जो ना दिखे हमको ; रब से तेरा दिखने का मैं फरियाद करती हूँ ।। सुबह शाम ही क्या ; मैं तो तुम्हें आठों पहर याद करती हूँ ,, तू जो ना दिखे हमको ; रब से तेरा दिखने का मैं फरियाद करती हूँ ।। #nojotohindi #nojotomusic #Lovesongs #LOVEGUITAR #Artikri #AugustCreator

13,611 Views