PATANG....... जब तेज हवाएं चलती हैं उड़ती पतंग मुझे दिखती है । अम्बर के सूने आँगन में इक इन्द्रधनुष सी लगती है । और कटती हर पतंग से आवाज यही बस आती है । अब खुद से जब मैं रुठूँ तो याद तुम्हारी आती है ।।। चलो फिर से हम मिलकर अपने दुखड़े बाँट लेते हैं । सभी राग जुगुनू और सितारे भी बाँट लेते हैं । खुद अकेला पाता हूँ बैचेनी सी हो जाती है । अब खुद से जब मैं रुठूँ तो याद तुम्हारी आती है ।। #NojotoQuote #patang #nojoto #nojotohindi #nojotoenglish #poets #poem #poetry #thoughts #story