न निराशा थी किसी से और न ही कोई अनबन बस चेहरे पर मुस्कान लिये वो गैरो पर भी अपना प्यार बेकरार रखा था कई लोगों के ख्वाब पूरे उनके चेहरे देख होते थे सायद कुछ सिकायत रह गयी दिल को जो लाखो के चेहरे पर आँसू दे गया ©Anumanya Aditya #sidharthshukla #ripsiddhartha #today