नज़्म में लिपटा गीत लिखूँगा ताल से लिपटा नृत्य लिखूँगा देह कैद हो रूह के भीतर ऐसा मैं अब कृत्य लिखूँगा मधुर शोर संगीत लिखूँगा द्वेष हार और जीत लिखूँगा सत्य लिखूँगा तथ्य लिखूँगा नित्यक हूँ मैं नित्य लिखूँगा #नित्यक