आज मुझे मेरे लवज़ो में कुछ मंदी सी लग रही है, इसीलिए इन पन्नों पे स्याही की भी कुछ कमी सी लग रही है, बातें भी एक-दूजे से महंगी लगने लगी है इस दौर में, इसीलिए मेरे चेहरे की मुस्कान भी बेरंग सी लग रही है। यारों की महफ़िल जमती थी जिस टपरी पर, वो टपरी कितनी सूनी लग रही है, बाहें भी तरस रही है तेरे एहसास को, वर्चुअल Hii! बोल-बोल के देख यार, उंगलियां भी मेरी सूजी पड़ी है, तुझे देखे कितने दिन बीते, कि तेरी याद में मेरी अब आंखें भीगी सी लग रही है। एक ख़त मेरे यारो के नाम। Stay safe , healthy And happy 😊✌️ #MereBezubaanJazbaat #MereMidnightKhayal #yqquotes #yqdidi