जिस तरह गले में मछली की हड्डी फसती है ना, उसी तरह किसी को दिल देने में होता हैं, जब तक हड्डी गले से बाहर नही होती हैं, उसी तरह तड़फ दिल में होती है तड़फ। 💔💔💔 तड़फ