Nojoto: Largest Storytelling Platform

गम मिले जितने सभी बर्दाश्त कर गए हम तो लुट कर भी

गम मिले जितने सभी बर्दाश्त कर गए 
हम तो लुट कर भी चमन आबाद कर गए 

लोग डर कर भागते थे जिस डगर से
उस डगर पे खुद को हम नाबाद कर गए 

वक़्त की तो राह कुछ बुज़दिल ही तकते हैं 
हम तो जब उतरे तभी आगाज़ कर गए 

लोग किस अंदाज़  से जीते हैं जहां में 
हम तो मर कर भी नया अंदाज़ कर गए 

आशीष त्रिपाठी 
से 5भिलाई #sainik
गम मिले जितने सभी बर्दाश्त कर गए 
हम तो लुट कर भी चमन आबाद कर गए 

लोग डर कर भागते थे जिस डगर से
उस डगर पे खुद को हम नाबाद कर गए 

वक़्त की तो राह कुछ बुज़दिल ही तकते हैं 
हम तो जब उतरे तभी आगाज़ कर गए 

लोग किस अंदाज़  से जीते हैं जहां में 
हम तो मर कर भी नया अंदाज़ कर गए 

आशीष त्रिपाठी 
से 5भिलाई #sainik