ज़िन्दगी ऐ जिंदगी, तेरी इन पहेलियों के बीच में से, अब जाकर हम सवार हो रहे है। की,कल तक जो समजदार समजते थे, वहीं लोग आज बेकार कह रहे है। ~ Words of Vasim ©Vasim Gaha #Life #new_thought #bekar