यह खामोशीयाँ, देखो कुछ कह रहीं मेरे पास तुम, अरे आओ तो ज़रा बेताब हैं, यह घड़कनें, करीब आने को यूँ तुम इन को मुझे, अरे सुनाओ तो ज़रा यह खामोशीयाँ, देखो कुछ कह रहीं 🎸🎶 आगाज़ है, तुम से, मेरे इस इश्क का नजरें यूँ तुम, अरे मिलाओ तो ज़रा बातें भी हम, करेंगे फिर यूँ कभी खामोश नज़रों से कुछ, सुनाओ तो ज़रा यह खामोशीयाँ, देखो कुछ कह रहीं 🎸🎶 अल्फ़ाज़ यह, जो तुम कहते हो मुझे लगता है यूँ, जैसे कोई, जादू है इन में भरा कहता है दिल, तुम कुछ कहते ही रहो मेरे दिल की जमीं पे, बरस जाओ तो ज़रा यह खामोशीयाँ, देखो कुछ कह रहीं 🎸🎶 बरसने को मैं, बरस भी जाऊँ मगर पहले दिल में मेरे, आग लगाओ तो ज़रा इस इश्क की, तड़पन को यूँ, मैं कैसे सहूँ मेरे एहसास को, तुम समझ पाओ तो ज़रा यह खामोशीयाँ, देखो कुछ कह रहीं 🎸🎶 हाँजी निशा जी 🙋🏻♂️💓😂 आ गए आपके मास्टर जी 😜 बहुत याद कर रहे थे ना आप उनको 😂 अब उन से कोई बात तो करो 😜🤣 वो तो बात करने को बोल रहे आपको 😜😂🤣 जब आपको आपके मास्टर जी मिल जाएँ तो दिखाना यह गीत 🙋🏻♂️💓😂 बहुत ही खुश हो जाएँगे पढ़ कर इसे वो 🙋🏻♂️💓☺️ आशा है जैसा आपने मैको बोला था वैसा ही लिखा गया हो बताना मैको कैसा लगा यह गीत 🙋🏻♂️💓☺️