पक्षपात किसी भी ओर देख लो हर ओर ये रोना हैं पक्षपात ये बरसो से चला आ रहा हैं मेहनत करता कोई ओर हैं और फल किसी ओर को मिलता हैं सक्षम जो वो भीड़ में कहीं खो रहा हैं आसुओं से जिन्दगी अपनी भिगो रहा हैं कभी अपने घर तो कभी बाहर इस पक्षपात का शिकार हो रहा हैं किसी भी ओर देख लो हर ओर ये रोना हैं पक्षपात ये बरसो से हो रहा हैं ©Anushka Sharma #पक्षपात #writer #WForWriters