हमेशा ही रहा है लाज़वाब मोहब्बत और चाय का साथ मौसम की ख़ुशगवारी, तेरी क़ुर्बत माशाअल्लाह! हफ़्ते का आख़री दिन शनिवार मसरूफ़ियत से थोड़ी फ़ुर्सत भी है आज! दावते दे रहा मौसम का रँगीन मिज़ाज़ आओ कुछ हसीं पल साथ हम भी बिताएँ आज! थोड़ा आशिक़ाना कुछ रँगीं मिज़ाज़ हो जाएँ हम भी आज! हमेशा ही रहा है लाज़वाब मोहब्बत और चाय का साथ मौसम की ख़ुशगवारी, तेरी क़ुर्बत माशाअल्लाह! हफ़्ते का आख़री दिन शनिवार मसरूफ़ियत से थोड़ी फ़ुर्सत भी है आज! दावते दे रहा मौसम