लफ़्ज़ों की गहराईयां कैसे बयां करें हर शब्द के पीछे की कहानी कैसे बयां करें, कुछ अपने दिलों के तो कुछ दूसरों दिलों के हाल थे मगर जानने वाले ना जाने क्यूं इतने बेहाल थे।। हसकर कहूं या रोकर कहूं या कौन समझता मेरी सिसकी, यहां सब सुनने वाले मौन हैं कौन परवाह करता किसकी। हर उम्र की दास्तां ही अलग है हर पल की बातें ही अलग है, सुनाने वाला एक ही है पर कहानियां उसकी अलग अलग है।। #NojotoQuote लफ़्ज़ों की कहानी #yqwafes #Nojoto