हर तरफ धुआं है जहर है और क्या रखा है, तेरी मोहब्बत ने हमें पागल बना रखा है, दीदार ए चांद को कबसे तरस गये हैं हम, तू है के तूने चेहरे पे नकाब लगा रखा है, खैर तू नहीं तो कोई और सही हमने भी खुदको समझा बुझा रखा है, हम जान देने वाले आशिक नहीं हैं शहर छोड़ देंगे, इसलिए पहले ही टिकट करा रखा है, आग लगे अब तेरे शहर को उन गलियों को, हमने मोबाइल को फ्लाइट मोड लगा रखा है, सोंचोगे के कभी रांब्तां हो जाये नामुमकिन है हमने तेरा हर नम्बर ब्लैकलिस्ट लगा रखा है, तुम भी क्या याद रखोगे मेरे चले जाने पे, तेरे दिलों दिमाग में मेरा पता लगा रखा है, भूलकर भी मुझे भूल नहीं पाओगे कभी, हमने मेरी मोहब्बत का जादू करा रखा है, वक्त का क्या भरोसा के पहले हम मर जाएं, जहां बताया था वहीं मेरा मजार बना रखा है, मेरी सख्सियत का अंदाजा तुम्हे कैसे हो, तुमने तो दिल किसी और से लगा रखा है, यूं ही नहीं मर मिटता किसी पे "अंकुर" हमने भी कमजोरी को ताकत बना रखा है। ©DRx AnKur RaWat #कलम_अंकुर🖋️ #रावत_साहब