ख़ामोश अफसानों की बात ही क्या करें, हमारे अंदर समाए जज़्बातों को दबा कर केसे धीर धरे। कुछ मंजिले यू एक मुकाम पर हासिल होती हैं, कुछ मुकाम कड़ी तपस्या से सफलता पिरोती है। ©jyoti gurjar #सफ़लता