झील की गहराई में कुछ ढूंढने को उतरे तो बहुत कुछ वो मिला जो झील को भी न खबर थी मासूमियत,शरारत नज़ाकत क्या क्या बताये कुछ और गहरा जाकर देखते है शायद कुछ ऐसा मिल जाये शायद झील में हम जाए डूब कर मर जाये या झील हमारी ही हो जाये हम में डूब कर Kunwarsurendra झील की गहराई में कुछ ढूंढने को उतरे तो बहुत कुछ वो मिला जो झील को भी न खबर मासूमियत,शरारत नज़ाकत क्या क्या बताये कुछ और गहरा जाकर देखते है शायद कुछ ऐसा मिल जाये