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सारी उम्र मुझे फ़क्र था जिस गुलशन पर मुझे, बहार आई,

सारी उम्र मुझे फ़क्र था जिस गुलशन पर मुझे, बहार आई, कलियाँ खिली पर गुलजार ना मिला, ज़ार ज़ार रोये, शाम ओ शहर, बदले में उनका कोई पैगाम ना मिला।

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  #Broken💔Heart

Broken💔Heart #SAD

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