Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैंने सीने में जलती हुई अंगार छिपा रक्खा है जी कही

मैंने सीने में जलती हुई अंगार छिपा रक्खा है जी
कहीं आ ना जाए बाहर इसलिए खुद को गुलाम बना रक्खा है जी
और डर है साहब रिश्तों को खोने का
वरना हर एक खंचर छिपाए चेहरे का हिसाब लगा रक्खा है जी

©Aryan Shivam Mishra #अंगार

#Fire
मैंने सीने में जलती हुई अंगार छिपा रक्खा है जी
कहीं आ ना जाए बाहर इसलिए खुद को गुलाम बना रक्खा है जी
और डर है साहब रिश्तों को खोने का
वरना हर एक खंचर छिपाए चेहरे का हिसाब लगा रक्खा है जी

©Aryan Shivam Mishra #अंगार

#Fire