।।। एक माँ के नाम चिठ्ठी ।।। मेरी प्यारी माँ, लाख बहाने ढूंढे ये दुनिया, पर तू न कभी सर झुकाएगी, हजार कोशिशें कर ले सभी, पर तू न हिम्मत हारेगी । तेरी कोख में पल रही हूँ, तेरी ही हिस्सा हूँ मैं माँ, करूँगी मैं नाम तेरा रोशन, तेरी ही बेटी हूँ मैं माँ । पापा से कहना ये माँ, बनूँगी उनकी हँसी की पुड़िया, भर दूंगी उनकी जिंदगी खुशी से, मैं बनके आऊंगी उनकी गुड़िया । दादा दादी से भी कहना, बनूँगी उनके गले का गहना, सुनूंगी राजा रानी और परियों की कहानी, न चलेगा उनका कोई बहाना । कहना मेरे प्यारे भैया से कि, आ रही है उनकी बहना, खूब खेलूंगी खूब लडूंगी,जब जाउंगी ससुराल तो उनको खूब पडेगा रोना । बिटिया से है घर में हँसी, ये बात न कोई झूठला पाएगा, अपने सुख-दुःख में इंसान, बेटी को ही साथ पाएगा । सबको लेके सपने संजोये, आना चाहूँ मैं माँ, तेरे ख़्वाबों को पर लगाऊंगी, कहलाउंगी तेरी बेटी ही मैं माँ । उस सूरज से मुझे मिला दे माँ, जिससे है ये दुनिया रोशन, यहाँ अन्धेरे में डरती हूँ माँ, कि कहीं रूक न जाए धड़कन। माँ तू बचा ले मुझे उन जल्लादों से, जो समझ न पाए बेटी को, आखिर मैं भी तेरी खून हूँ, देखना चाहूँ दुनिया की रोशनी को। माँ तू बनेगी देवी दुर्गा, कभी पड़े अगर जरूरत, जानती हूँ बचाएगी तू मुझे, चाहे आ भी जाए कयामत । -तेरी बिटिया Image courtesy: Google ।।। एक माँ के नाम चिठ्ठी ।।। मेरी प्यारी माँ, लाख बहाने ढूंढे ये दुनिया, पर तू न कभी सर झुकाएगी, हजार कोशिशें कर ले सभी, पर तू न हिम्मत हारेगी । तेरी कोख में पल रही हूँ, तेरी ही हिस्सा हूँ मैं माँ,