इश्क दहलीज पे सुन्न से खड़े। बारिश थमी जब भी आंसू मेरे हाथों पें गिरे। नसमझों को बातें लगें सोच से परे। क्योंकि कई बारिशों में वो साथ थे मेरे। Abhay shakya #lovedrops