रिश्ते नहीं हमारे ज़माने से मिजाज़ थोड़ा अलग सा है ज़िंदगी हमारी अलग है और हिसाब थोड़ा अलग सा है #जहां पहुंच गए हैं, वहां सिलसिला अलग सा है #