प्रेम के दो मीठे बोल बोलकर खरीद लो हमें, कीमत से सोचोगे तो पूरी दुनिया बेचनी पडेगी. ओम् श्री श्री 1008 चक्रवर्ती सम्राट भगवान चन्द्रगुप्त मौर्य जी को कोटि कोटि नमन प्रणाम जय विश्व मौर्य परिषद जय मौर्य वंशावली सत्यमेव जयते जय जय भारत