तू ही मेरा इंतिख़ाब हैं, जन्नत से हसीं ख़्वाब हैं, सुर्ख चेहरा तेरा मानो जैसे कोई आफ़ताब हैं, आसमां की अप्सरा तू मेरे लिये ख़ास हैं। तू मेरा इंतिख़ाब *इंतिख़ाब - चुनाव #intikhab #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan