हम तुम जीवन की बगियां सदा महके,आये ना कोई पीर, अधरों पर सदा मुस्कान सजे, नयनों में आये ना नीर। राहों में कोई कंटक ना रोके, बढ़ते चलो बनकर वीर, विवेक, हौंसला खोना नहीं, तमाम तमों में धर धीर। विकट परिस्थितियों से लड़ो, मन बने ना कभी अधीर, संकटों के तम को दूर करने को, बनकर रहना गंभीर। दुश्मनों की छाती जो चीर दे, बनना है आपको वो तीर, नित-नित झंझावत झेलकरभी,बहते रहो बन प्रबल समीर। अस्तित्व जिसका मिटा सके ना कोई, बनना वो पाहुन तस्वीर, लफ्जों के कैदखाने में सबको कैद करे, हो आप इक वो जंजीर। गीत, गजलों से स्नेह बरसाते हो, बनो आप खुसरो मीर, झुकना नहीं, रूकना नहीं,सदा बनकर लड़ना "सवीर"। --Vimla Choudhary 12/4/2021 सदा ही मेरे मार्गदर्शक रहे मेरे माता-पिता के साथ-साथ मेरे गुरुवर "सवीर"जी को समर्पित यह रचना। सर जी नोजोटो काव्य मंच पर कल आपका काव्यपाठ पूरे नोजोटो परिवार के लिए बहुत ही प्रेरणादायक और मनोरंजक रहा। उज्जवल भविष्य के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं ©vks Siyag #BestPerson #poem✍🧡🧡💛 #nojoto #nojotohindi #nojotonews #VimlaChoudhary 💓💓🙏🙏🙏🙏💖 Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" Priya dubey