तेरे सीने में दिल ना हो ऐसा तो नहीं है, तुझे मुझसे नफरत हो लगता तो नहीं है। तू ज़मीर की आवाज़ को ना सुने ये बात और है, तेरे इश्क़ में अब और तड़पू दिल करता तो नहीं है। हिसाम Hisam Khan Lyricist....... all rights reserved