इश्क में जीत के आने के लिए काफी हूँ मैं निहत्था ही ज़माने के लिए काफी हूँ हर हकीकत को मेरी, ख्वाब समझनेवाले मैं तेरी नींद उड़ाने के लिए काफी हूँ मेरे बच्चो मुझे दिल खोल के तुम खर्च करो मै अकेला ही कमाने के लिए काफी हूँ एक अख़बार हूँ, औकात ही क्या मेरी मगर शहर में आग लगाने के लिए काफी हूँ ©Lucky Boy #AloneInCity #Nojoto #luckyboyfriend