वो बिना मँजिल के सफर पर था, वो नाकाम होकर भी किसी की नज़र में था अनजानी सी ख्वाईशों से थी उसकी यारियां न जाने वो किसके असर में था करता था वो उसकी हर बातों पर यकीन न जाने वो किस वहम में था कहने को तो छोड़ दिया था उसने भी उसे पर वो चेहरा आज भी उसके ज़हन में था... #छोड़दियाहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi