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वो मुझे बातो से उलझने की कोसिह करता है, अब उसे कौन

वो मुझे बातो से उलझने की कोसिह करता है,
अब उसे कौन समझाए!
सब्दो के जाल से भावनाये चुपा सकते हैं , 
पर आंसू नहीं।।।

©Yarra Geetanjali आंसू।।

#Love
वो मुझे बातो से उलझने की कोसिह करता है,
अब उसे कौन समझाए!
सब्दो के जाल से भावनाये चुपा सकते हैं , 
पर आंसू नहीं।।।

©Yarra Geetanjali आंसू।।

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