टूटी फूटी क़िस्मत की मरम्मत में, हौसलों के हथियार घिस गये चार दिन की ज़िन्दगी में न जाने हम, कितनी बार पिस गये| ✍--राजकुमारी न मानो...होता है बहुधा ऐसा ही.. #Nojoto #nojotohindi #quotes