I changed myself because मै ऐसा था नहीं,जैसा दुनिया ने मुझको बना दिया मिलकर चलने वाले को नफ़रत करना सिखा दिया बस अब शरीर है जो कभी भी जल सकता है मेरे स्वाभिमान को तो दुनिया ने कब का जला दिया जब स्वाभिमान को ठेस पहुंचे तो